क्या बताएं , कल गालियों की बात की , और हमारे एक माननीय नेता जी ने दूसरे माननीय नेता जी को सरे आम गाली दी और अपनी फजीहत कराइ। तो जनाब हमारे नेताओ को कौन समझाए कि उनका vयवहार जरुर शोभनीय होना चाहिए ।
हमारे नेता सदन में गाली देते है , कुर्सियां फेकते है , सिर फोड़ते है , हाथ पाई करते है। और तो और राष्ट्र भाषा के प्रयोग पर गाल लाल कर देते है । ये वही लोग हैं जिन्हें हम अपना प्रतिनिधि बनाकर सदन में भेजते हैं।
सवाल यह है कि गलती किसकी है ? हमारी या उन नेताओं कि जो कभी कभी अपना असली चेहरा दिखा देते है ।
अब क्या हम ये गलती दोहराते रहेंगे , या आँख बंद करके बैठे रहेंगे ।
क्या नेताओं को चुनाव नोमिनेसन के पहले पर्सोनालिटी टेस्ट होना चाहिए ?????????
आप क्या सोचते है , जरुर बताइए ...
5 comments:
सच पूछो तो ये हमारी ग़लती है .........
गलतियाँ देखनी पत्ते देखना है .. जड़ पकडो .. जो हमारे पारिवारिक और सामाजिक ढांचे के अंधेरों में सुरक्षित है ..
बिलकुल सही कहा आपने
बहुत बहुत आभार
bilkul personality test hona chahiye.....100% ittefaaq rakhte hai aapse
word verification hataiye .....comment post karne mein problem hoti hai
Post a Comment