Saturday, July 18, 2009

मंहगाई

दाल मंहगी है
आटा मंहगा है
सब्जी मंहगी है
तेल मंहगा है
इस देश में सब कुछ मंहगा है
बस सस्ता है तो इन्सान
और इन्सान का खून.

7 comments:

Pradeep Kumar said...

blog jagat main swagat hai !
chhoti si rachna main bahut badi baat kah di hai .

श्यामल सुमन said...

ठीक कहा आपने। पानी महँगा सस्ता खून।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com

नदीम अख़्तर said...

बहुत ही सटीक बात, कम लफ्ज़ों में ज़्यादा अलफाज़।
आपका स्वागत है।

RADIO SWARANGAN said...

आप ने अच्‍छी बात बल्कि बहुत अच्‍छी बात लिखी है, आशा करता हूं कुछ लोगों पर तो असर पड़ेगा ही । लिखते रहिएगा । स्‍वागत और बधाई ।

सुनील पाण्‍डेय said...

बहुत अच्‍छा कहा, सबकुछ मंहगा और सस्‍ता है तो सिर्फ खून, सौ फीसदी सच है। अच्‍छा लिखा
सुनील पाण्‍डेय
09953090154

BAL SAJAG said...

wkai sab kuchh mahnga ho gaya hai...
aur isme pista garib hai
kabh wakt mile to is blog par aaiye
http://balsajag.blogspot.com

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।